पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण का एक अंश सोशल मीडिया पर साझा करते हुए वरुण गांधी ने उन्हें बड़े दिलवाला नेता करार दिया है और इशारों-इशारों में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।

लखनऊ : केंद्र और उत्तर-प्रदेश (uttar pradesh) की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) के तेवर इन दिनों बदले-बदले से हैं। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का समर्थन वरुण के लिए कोई नई बात नहीं। इस बार फिर उन्होंने किसान आंदोलन और लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों को लेकर अपनी ही पार्टी पर हल्ला बोला है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) के भाषण का एक अंश सोशल मीडिया पर साझा करते हुए वरुण गांधी ने उन्हें बड़े दिलवाला नेता करार दिया है और इशारों-इशारों में केंद्र पर निशाना साधा है।

वीडियो में क्या है ?
वरुण गांधी ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक मंच से भाषण दे रहे हैं। उसमें वह किसानों के दमन के खिलाफ आवाज बुलंद करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में वाजपेयी जी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, मैं सरकार को चेतावनी देना चाहता हूं। दमन के तरीके छोड़ दीजिए। डराने की कोशिश मत करिए। किसान डरने वाला नहीं है। हम किसानों के आंदोलन का दलीय राजनीति के लिए उपयोग करना नहीं चाहते लेकिन हम किसानों के उचित मांग का समर्थन करते हैं। अगर सरकार दमन करेगी, कानून का दुरुपयोग करेगी, शांतिपूर्ण आंदोलन को दबाने की कोशिश करेगी तो किसानों के संघर्ष में कूदने में हम संकोच नहीं करेंगे। हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे।

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कब का है वीडियो
यह वीडियो साल 1980 का है। उस दौरान वाजपेयी ने मुंबई में बीजेपी के अधिवेशन में किसानों को लेकर यह भाषण दिया था। उस समय किसान फसलों के उचित दाम को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। माना जा रहा है कि इस वीडियो के जरिए वरुण गांधी किसानों के समर्थन में अपनी ही पार्टी को संदेश देना चाह रहे हैं।

कई बार मुखर हुए वरुण गांधी
इससे पहले लखीमपुर खीरी मामले में वरुण गांधी ने ट्वीट किया था, उन्होंने लिखा था, लखीमपुर खीरी कांड को हिंदू बनाम सिख लड़ाई में बदलने की कोशिश की जा रही है। यह न केवल एक अनैतिक और झूठी कहानी है, बल्कि उन घावों को फिर से खोलना खतरनाक है, जिन्हें ठीक होने में एक पीढ़ी लग गई। हमें राष्ट्रीय एकता से ऊपर सियासी फायदे को नहीं रखना चाहिए। 

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न्याय दिलाने की कही थी बात
इससे पहले भी वरुण गांधी ने लखीमपुर खीरी कांड का वीडियो ट्वीट कर कहा था कि मर्डर करके आप चुप नहीं करा सकते। उन्होंने तब लिखा था, यह वीडियो बिल्कुल शीशे की तरह साफ है। प्रदर्शनकारियों का मर्डर करके उनको चुप नहीं करा सकते हैं। निर्दोष किसानों का खून बहाने की घटना के लिए जवाबदेही तय करनी होगी। हर किसान के दिमाग में उग्रता और निर्दयता की भावना घर करे इसके पहले उन्हें न्याय दिलाना होगा।

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CM योगी को लिखा था पत्र
वरुण गांधी ने लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के लिए जिम्मेदारी तय किए जाने की बात भी कही थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को एक पत्र लिखकर उन्होंने मामले की जांच CBI को सौंपनी की मांग की थी। उन्होंने मरने वालों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये आर्थिक मदद देने की बात कही थी।

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राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर
पीलीभीत सांसद वरुण गांधी पिछले 17 सालों से भाजपा में हैं। कई मौकों पर वो विरोधी स्वर भी उठाते नजर आए हैं। माना जा रहा है कि इसी वजह से पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। उनके अलावा वरुण की मां और यूपी की सुल्तानपुर लोकसभा सांसद मेनका गांधी को भी इस सूची से बाहर रखा गया है।

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