सार

जांच में यह भी बात सामने आई कि सिरफिरे सुभाष बाथम पत्नी की मदद से घर में वारदात को अंजाम देने के दो दिन पहले ही पूरी तैयारी कर ली थी। इसके लिए एक टॉयलेट भी बनाया था। इससे यह लग रहा कि उसने पूरे साजिश के तहत वारदात को अंजाम देने का प्लान किया था। बता दें कि पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर बच्चों को सकुशल बचा लिया, जबकि उसकी पत्नी की भीड़ के पिटाई से मौत हो गई।

फर्रूखाबाद (Uttar Pradesh) मोहम्मदाबाद क्षेत्र के गांव करथिया में 24 बच्चों को बंधक बनाने वाला सिरफिरा सुभाष बाथम काफी शातिर बन गया था। उसने इस वारदात को अंजाम देने के लिए कई दिनों से प्लान बनाया था, जिसके लिए उसने वीडियो का सहारा लिया था। यह खुलासा उसकी मोबाइल से हुआ है। पुलिस विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सुभाष की मोबाइल से 2004 में रूस में हुए तीन दिन के किडनैपिंग करने का वीडियो मिला है। इसी तरह दो अन्य अमेरिका में हुई किडनैपिंग का वीडियो और फोटो मिले हैं। 

मोबाइल से सीखा बम बनाना
पुलिस की जांच में ये बात सामने आई कि सिरफिरा सुभाष बाथम सजायाफ्ता कैदी था। उसने 10 साल तक जेल में सजा काटी थी। हाईकोर्ट से जमानत पर कुछ महीने पहले ही बाहर आया था। सुभाष की मोबाइल से बम बनाने के वीडियो और गूगल पर सर्च करने के लिंक भी मिले हैं। जिससे संभावना जताई जा रही है कि वह बम बनाना सीख चुका था।

घर से मिले ये विस्फोटक सामान
-5 इलेक्ट्रिक बम
-135 देशी बम
-20 कारतूस 
-4 मीडियम सुतली बम
-बम बनाने के तीन किलो बारूद
-काफी मात्रा में बम बनाने के पूरे सामान 
-15 केजी का एक सिलेंडर

दो दिन पहले तैयारी हो चुकी थी पूरी
जांच में यह भी बात सामने आई कि सिरफिरे सुभाष बाथम पत्नी की मदद से घर में वारदात को अंजाम देने के दो दिन पहले ही पूरी तैयारी कर ली थी। इसके लिए एक टॉयलेट भी बनाया था। इससे यह लग रहा कि उसने पूरे साजिश के तहत वारदात को अंजाम देने का प्लान किया था। बता दें कि पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर बच्चों को सकुशल बचा लिया, जबकि उसकी पत्नी की भीड़ के पिटाई से मौत हो गई।