सार
मां कहती है कि करीब 4 साल पहले बेटा बीमार पड़ गया था। उन्होंने उसका काफी ईलाज कराया, लेकिन कहीं से कुछ फायदा नहीं हुआ। धीरे-धीरे बच्चा पागलों जैसी हरकते करने लगा।
शाहजहांपुर (Uttar Pradesh) । एक मां अपने ही बच्चे को जंजीरों में बांधकर रखती है। ये अजीबोगरीब घटना सदर तहसील के सिमरिया सहसपुर गांव की है। जहां मां जंजीरों से जकड़े अपने इस बेटे की हर फरमाईश हर संभव पूरा भी करती है। बता दें कि वो लोगों की शिकायतों को सुनते-सुनते आजिज आकर ऐसा करती है।
बीमारी के बाद अजीब हरकत करने लगा अनमोल
जंजीरों से बंधे इस बच्चे का नाम अनमोल है। पिता राम किशोर बताते हैं कि करीब 4 साल पहले अनमोल बीमार पड़ गया था। उन्होंने उसका काफी ईलाज कराया, लेकिन कहीं से कुछ फायदा नहीं हुआ। धीरे-धीरे बच्चा पागलों जैसी हरकते करने लगा।
इस कारण किया ऐसा
मां गुड्डी का कहना है कि उनका बेटा घर के बाहर भी लोगों को नुकसान पहुंचाने लगा। घर के बाहर से गुजरने वाले लोगों पर हमला करने लगता था, जब लोगों ने इसकी शिकायत परिवार से की तो मजबूरी मे आकर उन्हें अपने बच्चे को जंजीरों से बांधकर कैद करना पड़ा।
इसलिए नहीं हो पा रहा ईलाज
इस परिवार को किसी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया है। यही वजह है कि बीमार बच्चे का ईलाज कराने की बजाए मां-बाप बेटे को जंजीरों से बांधकर रखने को मजबूर हैं।
मां ने कहां क्या करें, मजबूरी है
मां बताती हैं कि कोई भी मां-बाप कभी भी अपनी औलाद को परेशानी में नहीं देखना चाहते हैं, लेकिन क्या करें, मजबूरी है। जंजीरों से बांधने के बाद भी खाने से लेकर पानी और उसकी फरमाइश पूरी कर रहे हैं।
इस तरह चलता है परिवार का खर्च
गुड्डी कहती हैं कि घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। पति मजदूरी करके परिवार परिवार का खर्च उठाता है, लेकिन उनकी भी तबियत खराब रहती है।