सार
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बुधवार रात को हुए एक दर्दनाक हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 11 बच्चियां और 2 महिलाएं हैं। हादसा एक वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान हुआ। घटना पर पीएम मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आदि ने शोक जताया है। कुछ लोगों का कहना है कि कई बार एम्बुलेंस को फोन किया, लेकिन वो समय पर नहीं आई।
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कुशीनगर (Kushinagar) में बुधवार रात को हुए एक दर्दनाक हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 11 बच्चियां और 2 महिलाएं हैं। गुरुवार को अधिकारियों ने बताया कि मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। हादसा एक वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान हुआ। महिलाएं और लड़कियां कुएं के पास विवाह का रस्म निभाने गईं थी तभी कुआं पर रखी लोहे की जाली टूट गई, जिससे महिलाएं और बच्चियां कुआं में गिर गईं। लोगों का कहना है कि हादसे के बाद कई लोगों ने एम्बुलेंस को कॉल किया, लेकिन वो नहीं आई। बता दें कि जहां यह हादसा हुआ, वहां से सिर्फ तीन किमी दूर अस्पताल है।
ऐसे हुआ हादसा
हादसा नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया स्कूल टोला में हुआ। महिलाएं हल्दी की रस्म निभाने कुआं के पास गईं थी। मंगल गीत गा रहीं महिलाएं खुशी-खुशी रस्म निभा रहीं थी। तभी कुआं पर लगाई गई जाली टूट गई, जिससे करीब 30 लड़कियां और महिलाएं कुआं में गिर गईं। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। मौके पर जुटे गांव के लोगों ने कुआं से महिलाओं और बच्चियों को निकाला। इस दौरान मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे।
पीएम मोदी ने जताया दु:ख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दु:ख जताते हुए कहा-उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुआ हादसा हृदयविदारक है। इसमें जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है।
योगी आदित्यनाथ जताई संवेदना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में 13 लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल राहत व बचाव कार्य करने और घायलों का इलाज कराने का निर्देश दिया है। मौके पर पहुंचे कुशीनगर के डीएम एस राजलिंगम ने कहा है कि मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। योगी ने कहा-जनपद कुशीनगर के ग्राम नौरंगिया स्कूल टोला की एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हुई ग्रामवासियों की मृत्यु अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है।
ग्रामीण फोन करते रहे, नहीं आई एम्बुलेंस
हादसे में मारी गईं बच्चियों के एक परिजन ने रोते हुए बताया कि हमलोग फोन करते रहे, लेकिन एक भी एम्बुलेंस नहीं आई। गांव के 10 लोग अपने-अपने मोबाइल से फोन कर रहे थे। एक भी एम्बुलेंस नहीं आई। हमलोग प्राइवेट गाड़ी और पुलिस की गाड़ी से लेकर घायलों को अस्पताल आए। रास्ते में ही कई की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के सवाल पर कुशीनगर के डीएम ने कहा कि अभी राहत और बचाव अभियान चल रहा है। हमलोगों का पूरा ध्यान घायलों के इलाज पर है। एम्बुलेंस नहीं आने की शिकायत मिली है। इस मामले में जांच की जाएगी। जो लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लोहे की जाली से ढंका था कुआं
नौरंगिया स्कूल टोला के रहने वाले परमेश्वर कुशवाहा के घर शादी समारोह के दौरान हल्दी रस्म का कार्यक्रम था। रात 10 बजे के आसपास 50-60 महिलाएं और लड़कियां गांव के बीच में बने पुराने कुएं के पास खड़ी थीं। कुएं को लोहे की जाली से ढंका गया था। तभी लोहे की जाली टूट गई, जिससे कुएं के पास खड़ीं महिलाएं एक साथ कुएं में गिर गईं।
स्थानीय लोगों के अनुसार करीब 30 महिलाएं और बच्चियां एक साथ कुएं में गिर गईं थी। इनमें से 13 को स्थानीय लोगों ने बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डूबने से सभी की मौत की आशंका जताई जा रही है। मृतक बच्चियों की उम्र 5 से 15 साल थी। 17 महिलाओं को गांव के लोगों ने बचा लिया। हादसे में 20 से ज्यादा महिलाएं घायल हुई हैं। उनका इलाज चल रहा है।
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