सार
हमीरपुर के भरुआ सुमेरपुर थाना क्षेत्र में खुद को एसडीएम बताकर हाईवे पर वसूली करने वाले युवक को पुलिस ने पकड़ लिया है। उसके पास से पुलिस को उत्तर प्रदेश सरकार और एसडीएम लिखी गाड़ी को बरामद किया गया है।
हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के जिले हमीरपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। लोग वसूली के लिए तरह-तरह के हत्थकंडे भी अपनाते है, कोई नई बात नहीं है। लेकिन कोई अधिकारी बनकर वसूली करने का तरीका अपनाता है, यह जानकर हैरानी होगी। शहर में पुलिस ने मंडी गेट के पास चेकिंग कर वसूली कर रहे फर्जी एसडीएम को गिरफ्तार किया है। उसके पास से उत्तर प्रदेश सरकार और एसडीएम का लोगो वाली बोलेरो गाड़ी और 5,400 रुपए बरामद हुए हैं। लेकिन मौके से चालक फरार हो गया है।
आरोपी को पकड़ने के लिए पहुंचे अधिकारी
जानकारी के अनुसार थाना भरुआ सुमेरपुर इलाके के नवीन गल्ला मंडी के पास एक बोलेरो गाड़ी काफी लंबे समय से उत्तर प्रदेश सरकार और एसडीएम का लोगो लगाकर क्षेत्र में भ्रमण कर वसूली का कार्य कर रही थी। इसकी जानकारी गुरुवार की रात पुलिस को मिली। मुखबिर से सूचना मिली कि गल्ला मंडी के पास हाईवे पर लाल नीली बत्ती जलाकर वसूली का काम किया जा रहा है। इसकी जानकारी होते ही कस्बा इंचार्ज प्रमोद कुमार और फैक्टरी चौकी इंचार्ज रामबाबू यादव भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान कस्बा इंचार्ज प्रमोद कुमार, फैक्टरी एरिया चौकी इंचार्ज रामबाबू यादव, कांस्टेबल नवीन यादव , सत्येंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
दोनों आरोपी चकेरी कानपुर के है निवासी
अधिकारियों के वहां पर पहुंचने के बाद गाड़ी के पास जाकर फर्जी एसडीएम से पूछताछ शरू की तो वह भागने की कोशिश करने लगा। इस पर पुलिस ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। युवक का नाम अंकित सिंह है और वह चकेरी कानपुर का बताया गया है। थानाध्यक्ष भरत कुमार ने बताया कि पकड़े गए फर्जी एसडीएम ने अंधेरे का लाभ उठाकर चालक भाग गया। उसका नाम हिमांशु गुप्ता निवासी चकेरी कानपुर बताया है। आरोपी युवक के पास से पुलिस को 5,400 रुपए नगद और बोलेरो गाड़ी बरामद हुई है। दोनों आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने गिरफ्तार युवक को अदालत में पेश किया गया है। वहीं, दूसरे आरोपी की तलाश की जा रही है।
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