कार,बाइक या किसी और गाड़ी को हमेशा छाया में खड़ी करें। कम से कम से आधी से ज्यादा गाड़ी छाए में रहनी चाहिए। इससे उसका मेटल बॉडी कम गर्म होगी और एसी सही तरह काम कर पाएगी।
कार में लाइटर, परफ्यूम, पेट्रोल जैसी फ्लेमेबल चीज रखने से बचें। इनके फटने की आशंका रहती है। हैंड सैनिटाइजर या अल्कोहल-बेस्ड लिक्विड फ्लेमेबल चीजें भी न रखें।
गर्मी के मौसम में सड़कें काफी गर्म होती है। ऐसे में जब कोई कार या गाड़ी चलती हैं तो फ्रिक्शन और हीट से टायरों में हवा का प्रेशर बढ़ने लगता है। इसलिए हवा सही और थोड़ा कम रखें।
बहुत ज्यादा गर्मी पड़ने लगे तो कार की सर्विसिंग करवाएं। गर्मी में कार बहुत ज्यादा गर्म होने पर बेहतर परफॉर्मेंस के लिए ऑयल चेंज करवाना चाहिए। जरूरत हो तो एसी गैस का टॉपअप भी करवाएं
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गर्मी में कार टेंपरेचर मीटर पर नजर रखें। डिजिटल काउंटर 50% से अधिक दिखे तो तुरंत मैकेनिक को दिखाएं। 70% से ज्यादा हो तो गाड़ी न चलाएं, इससे आग तक लग सकती है।
गर्मियों में गाड़ी का फ्यूल टैंक फुल न करवाएं। 100% नहीं भरवाना चाहिए। टैंक कैपेसिटी से 10% कम रखना चाहिए। मेटल टैंक गर्म होने से प्रोड्यूस होने वाली गैस के लिए कुछ स्पेस जरूरी है।
सन फिल्म्स, हीट रिफ्लेक्टिव सन गार्ड कार में लगवा सकते हैं। इनसे विजिबिलिटी में दिक्कत नहीं होगी,लेकिन इससे ओवरहीटिंग रोकते हैं। इसे लगाने बाद कार में टेंपरेचर में काफी अलग होता है