कार में सिंथैटिक इंजन ऑयल यूज करते हैं तो 10 से 15 हजार किलोमीटर तक चलने के बाद बदलवा देना चाहिए।
सामान्य इंजन ऑयल कार में इस्तेमाल करते हैं तो हर 5 से 7 हजार किलोमीटर पर इसे बदलाव लेना चाहिए।
हर 2-3 हजार किलोमीटर पर इंजन ऑयल का लेवल जरूर चेक कर लेना चाहिए। अगर ये कम है तो इसे टॉपअप करना चाहिए।
इंजन ऑयल की चिकनाहट को भी सही समय पर चेक करते रहना चाहिए। अगर ये कम लगे तो ऑयल को बदलवा लेना चाहिए।
जब भी इंजन ऑयल बदलवाएं तो कार का ऑयल फिल्टर भी बदलवा लेना चाहिए। अगर ऐसा नहीं करते तो नया ऑयल भी जल्दी खराब हो जाएगा।
अगर कार बहुत कम चलती है, अक्सर खड़ी रहती है और 1 साल से इंजन ऑयल बदला ही नहीं है तो उसे तुरंत बदलाव लेनी चाहिए।
अगर कार का इंजन ऑयल सही समय पर न बदला जाए तो इसका सीधा असर कार के इंजन पर पड़ता है। इंजन सीज हो सकता है।
खराब इंजन ऑयल पर अगर ज्यादा समय तक कार चला रहे हैं तो इंजन के साथ पिस्टन, रिंग्स और क्रैंक खराब हो सकते हैं।
कार इंजन ऑयल सही समय पर न बदलने से इंजन खराब हो सकता है। यह काफी खर्चीला होता है। कार की लाइफ खत्म कर देता है।