स्क्रैच से कार बनाने का खर्च कुछ हजार से सैकड़ों हजार डॉलर तक हो सकती है। बेसिक कार 4,17,321 रुपए से 12,51,964 रुपए और लग्जरी कार बनाने में 4,17,32,150 रुपए खर्च हो सकते हैं।
कार बनाने का खर्च कंपोनेंट्स, लेबर कॉस्ट, शिपिंग कॉस्ट, टैक्स और फीस पर निर्भर करता है। यही कारण है कि अलग-अलग कार बनाने की लागत अलग-अलग होती है।
कार बनाने से पहले, लागत, समय, स्किल लेवल का सर्वे होता है। कार बनाना जटिल प्रक्रिया होता है। इसमें सुरक्षा और कानूनी नियमों का पालन करना होता है। मॉडल रिसर्च भी इंपॉर्टेंट होता है।
मॉडल के आधार पर पार्ट्स और कंपोनेंट्स की कीमतें अलग-अलग होती हैं। इसकी लागत कुछ सौ डॉलर से लेकर 10,000 डॉलर तक हो सकती है। इस्तेमाल से पहले इसका भी रिसर्च किया जाता है।
कार बनाने वाली कंपनियां कार की कीमत प्रोडक्शन कॉस्ट, ओवरहेड कॉस्ट, मार्केटिंग, एडवरटाइजमेंट कॉस्ट, टैक्स, फीस, कॉम्पिटेटिव ओवरव्, लेबर, मैटेरियल, रिसर्च कॉस्ट पर कीमत तय करती हैं।
कंपनियां नई कारों की कीमत तय करने से पहले उसके मुकाबले और कंप्टीटर्स की प्राइस वैल्यू का आंकलन भी करती हैं। इसके बाद कार की कीमत तय होती है।
टोयोटा कोरोला बनाने का कॉस्ट 7,500 डॉलर यान 6,25,982 रुपए से शुरू होती है जबकि टेस्ला मॉडल एस बनाने का खर्च 75,000 डॉलर यानी करीब 62,59,822 रुपए से शुरू होती है।