नई कार खरीदने के लिए लाखों रुपए की जरूरत होती है। इसलिए लोग लोन लेकर कार खरीदते हैं लेकिन अगर थोड़ी सी सही फाइनेंशियल प्लानिंग की जाए तो बिना लोन नई कार खरीद सकते हैं।
सही तरह से पैसे बचाकर कार खरीदने से लोन की जरूरत नहीं होती और EMI से बच जाते हैं। वहीं, इसमें खर्चा भी काफी कम हो जाता है। इससे निवेश का तरीका भी सीखने को मिलता है।
अगर 5 साल बाद आप कोई कार लेना चाहते हैं तो मान लीजिए 7 लाख की कार 5 साल बाद 10 लाख रुपएतक हो जाएगी। मतलब आपको 10 लाख रुपए का इंतजाम करना होगा।
5 साल में 10 लाख का फंड तैयार करने के लिए किसी ऐसी जगह निवेश चुनना होगा, जहां उतार-चढ़ाव कम हो और कम से कम 7 से 8 फीसदी का रिटर्न मिले।
SIP से आप 10 लाख का फंड तैयार कर सकते हैं। मान लीजिए 8% का अनुमानित रिटर्न मिलता है तो हर महीने 14,018 रुपए की SIP से अगले 5 साल में ये फंड तैयार हो जाएगी।
म्यूचुअल फंड में रिटर्न मार्केट के हिसाब से कम और ज्यादा भी हो सकता है। ऐसे में शॉर्टफॉल आने पर SIP में अपनी रकम को बढ़ा सकते हैं। इससे एसआईपी बढ़ेगी और 10 लाख का फंड तैयार होगा।
बिना लोन कार खरीदने आप पैसों की बचत कर सकते हैं। बैंक से कोई भी लोन लेने पर मूलधन पर ब्याज का लगता है, जो EMI में चुकाना होता है। SIP से पैसे जुटाने पर ब्याज का बोझ नहीं बढ़ता है।
एसआईपी से फंड बनाने में ब्याज नहीं देना पड़ता है और उससे ज्यादा रिटर्न मिलने पर कमाई भी हो जाती है। यानी अगर कुछ साल कार खरीदने का फैसला टाल दिया जाए तो अच्छा फायदा हो सकता है।