कार में मॉडिफिकेशन या उसके इलेक्ट्रिक कंपोनेंट में छेड़छाड़ से उसकी वारंटी रद्द हो सकती है। इसलिए वारंटी पीरियड में कार के अंदर-बाहर कुछ बदलाव न करवाएं।
नई कार खरीदने के कुछ ही दिन में अगर आप ऑफ्टर मार्केट कोई भी इक्विपमेंट लगवाया तो कार की वारंटी रद्द हो जाएगी।
नई कार का इंजन भूलकर भी बाहर न खुलवाएं। इसमें किसी तरह की परेशानी हो तो कंपनी के सर्विस सेंटर ले जाएं, वरना इसकी वारंटी खत्म हो जाएगी।
अगर नई कार वारंटी पीरियड में है और उसमें कंपनी की तरफ से बताए गए इंजन ऑयल का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो कोई खराबी आने पर वारंटी में वह नहीं बनेगी।
यह भी ध्यान में रखें कि अगर नई कार में कस्टम व्हील या नया टायर बाहर से लगवाते हैं तो उसकी वारंटी रद्द हो जाएगी।
नई कार वारंटी पीरियड में है तो गलती से भी उसके एग्जॉस्ट में मॉडिफिकेशन नहीं करवाना चाहिए, वरना उसकी वारंटी कत्म हो सकती है।
नई कार का ऑडियो सिस्टम भी बदलने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसी गलती करने से कार भले ही एक दिन ही पुरानी क्यों न हो, उसकी वारंटी खत्म हो सकती है।
अगर आप कार खरीदकर उसमें सीएनजी किट लगवाने की सोच रहे हैं तो बेहतर होगा कि कंपनी से ही सीएनजी किट वाली कार खरीदें, वरना उसकी वारंटी रद्द हो जाएगी।
नई कार लेने के बाद उसे स्टाइलिश बनाने के लिए उसके बोनट, फ्रेम या बंपर में भी किसी तरह का बदलाव न करें, वरना वारंटी से हाथ धोना पड़ेगा।
अगर नई कार का सर्विस करवाना चाहते हैं तो उसे कंपनी से ही करवाएं, क्योंकि अनऑथराइज्ड सर्विस करवाने से कार की वारंटी रद्द हो सकती है।