हर कोई चाहता है कि उसके पास खुद की कार हो। कुछ लोगों के लिए कारें सिर्फ चलने-फिरने की चीज नहीं बल्कि रहने का घर, मस्ती की जगह और सेलिब्रेशन का अच्छी प्लेस है।
दुनिया की आबादी करीब 8 मिलियन है। जबकि 2023 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कारों की संख्या 1.446 बिलियन तक पहुंच चुकी है। मतलब इंसानों की तुलना में करीब 19% कारें मौजूद हैं।
इस आंकड़े के हिसाब से समझें तो दुनिया में हर चौथे इंसा के पास खुद की कार है। हालांकि, अगल-अलग देशों में ये आंकड़ा अलग-अलग भी हो सकता है। कुछ देशों में ज्यादा, कुछ में कम हो सकता है
भारत की आबादी 1.486 बिलियन है, जबकि पूरी दुनिया में कारों की संख्या 1.446 यानी 114.6 करोड़ है। इसका मतबल दुनिया में कारों की संख्या भारत की कुल आबादी के करीब है।
बहुत से लोग सोचते हैं कि अमेरिका में सबसे ज्यादा कार है लेकिन यह गलता है। दुनिया में सबसे ज्यादा कार चीन के पास है। चीन सबसे बड़े ऑटोमोटिव बाजार और उत्पादकों में से एक है।
एक अनुमान के मुताबिक, दो साल पहले साल 2022 में चीन के पास 307 मिलियन यानी 307 करोड़ सिर्फ कारें ही कारें हैं। दो साल में इन आंकड़ों में इजाफा भी हुआ है।
ट्रांसपोर्ट पोर्टल के अनुसार, साल 2020 में 32.63 करोड़ गाड़ियां थीं, जिनमें से करीब 75% टू-व्हीलर्स थीं। जुलाई 2023 तक नई गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के बाद संख्या 34.8 करोड़ हो गई है।