कई लोग ट्रैफिक हो या खाली सड़क, हर जगह तेज स्पीड में कार चलाना पसंद करते हैं। उनका मानना है कि तेजी से गाड़ी चलाने पर पेट्रोल-डीजल कम लगता है और उसका माइलेज भी बढ़ता है।
ऐसे लोगों को लगता है कि जब भी वे तेज स्पीड में गाड़ी चलाते हैं तो उनकी गाड़ी ज्यादा देर तक चलती है। मतलब वह फ्यूल कम पीती है और माइलेज बेहतर देती है।
गाड़ी बनाने वाली कई कंपनियां इससे इत्तेफाक नहीं रखती हैं। उन्होंने इसे पूरी तरह नकारा है। उनका कहना है कि स्पीड में गाड़ी चलाने से न तो फ्यूल कम लगता है और ना ही माइलेज बढ़ती है।
सच्चाई ये है कि जब कार या कोई गाड़ी ज्यादा स्पीड में चलाई जाती है तो फ्यूल ज्यादा खर्च होता है, क्योंकि ओवर स्पीड में गाड़ी के होने पर इंजन की आरपीएम बढ़ जाती है।
कंपनियों का कहना है कि जब इंजन का आरपीएम बढ़ता है तो मशीन की स्पीड बढ़ जाती है, जिससे पेट्रोल या डीजल फ्यूल की खपत भी तेजी से बढ़ती है।
कार बनाने वाली कंपनियों का कहना है कि गाड़ी तेज चलाते समय स्पीड मीटर पर ध्यान देंगे तो उसमें एक कॉलम इकोनॉमी की होती है, जिससे पता कर सकते हैं।
कंपनियों का कहना है कि इकोनॉमी वाले कॉलम की स्पीड में अगर गाड़ी चलाते हैं तो वह अच्छा माइलेज देगी। आपको करीब-करीब उतना ही माइलेज मिलेगा, जितना गाड़ी खरीदते समय बताया गया था।