कंपनी ने सितंबर 2025 में खत्म हुई तिमाही में कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट ₹4,948 करोड़ (23% बढ़ोतरी), नेट इंट्रेस्ट इनकम (NII) ₹10,785 करोड़ (22% सालाना ग्रोथ) यानी प्रॉफिट स्ट्रॉन्ग है
भले ही प्रॉफिट स्ट्रॉन्ग है लेकिन एसेट क्वॉलिटी बिगड़ गई है। कंपनी के खराब लोन (NPA) बढ़ गए ग्रॉस NPA Q2 FY25 में 1.24% है, जो Q2 FY24 में 1.06% थे। नेट NPA 0.60%, जो पहले 0.46% थे
लोन रिकवरी में दबाव और जोखिम बढ़ा है। कंपनी ने असबसे तेज ग्रोथ वाले सेक्टर MSME लेंडिंग में स्लो डाउन होना माना है। इससे कंपनी ने ग्रोथ गाइडेंस घटा दिया। सिर्फ 22%-23% की उम्मीद है
कंपनी मैनेजमेंट का कहना है कि अब नेट इंटरेस्ट मार्जिन में बड़ा अपसाइड नहीं है। आने वाले तिमाहियों में कमाई धीमी हो सकती है यही बात मार्केट को पसंद नहीं आई और शेयर में गिरावट है।
ब्रोकरेज फर्म JM फाइनेंशियल ने EPS एस्टिमेट 2-3% कम करते हुए टारगेट प्राइस 1,140 रुपए कर दिया है, जो पहले 1,060 रुपए था। रेटिंग Buy से घटाकर ऐड कर दिया है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने क्वार्टर को मिक्स्ड बताया है। वैल्यूएशन हाई होने की वजह से न्यूट्रल व्यू रखते हुए टारगेट प्राइस 1,160 रुपए दिया है। अभी शेयर 1,008 रु की रेंज में है।
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