अगर आप भी अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए बैंक से लोन लेने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले अपने सिबिल स्कोर को ठीक करें। क्योंकि कोई भी बैंक लोन देने से पहले सिबिल स्कोर चेक करता है।
अगर आपका सिबिल स्कोर खराब हुआ तो बैंक लोन देने में आनाकानी करते हैं। कई बार तो बैंक साफ मना कर देते हैं। जानते हैं Cibil स्कोर को बेहतर करने के उपाय।
अगर आपने पहले से कोई लोन ले रखा है तो उसकी किश्तें समय पर भरें। इसके साथ ही आपके पास कोई क्रेडिट कार्ड है तो उसका बिल भी टाइमली भरें।
कई बार हम पैसा होते हुए भी किश्तें और बिल समय पर नहीं भरते। सिर्फ ये सोचकर कि ज्यादा से ज्यादा पेनल्टी ही तो भरनी पड़ेगी। लेकिन इससे क्रेडिट स्कोर खराब होता है।
हर कोई ये सोचता है कि वक्त पर पैसा नहीं भर पा रहे हैं तो बाद में पेनल्टी जमा कर देंगे। लेकिन इससे हम खुद का बड़ा नुकसान कर रहे होते हैं। क्योंकि इससे सिबिल क्रेडिट डाउन होती है।
एक समय पर कई लोन लेने से बचें। क्योंकि ऐसी स्थिति में आप पर EMI का बोझ काफी बढ़ जाता है। कई बार ईएमआई मिस भी हो सकती है। इससे आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो जाएगा।
लोन गारंटर बनने से पहले अच्छी तरह सोच-समझ लें। क्योंकि अगर लोन लेने वाले ने वक्त पर लोन नहीं चुकाया तो इससे आपका भी क्रेडिट स्कोर खराब होगा।
आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो उसकी लिमिट का सिर्फ 30% ही यूज करें। साथ ही क्रेडिट कार्ड की लिमिट बार-बार न बढ़वाएं। इससे आप ज्यादा खर्च करेंगे और बिल न चुकाने पर स्कोर खराब होगा।
750 या उससे ज्यादा स्कोर अच्छा सिबिल माना जाता है। 550 से 650 तक का स्कोर औसत और 300 से 550 तक का स्कोर बेहद खराब है। कम स्कोर में लोन मिलने की संभावनाएं कम या खत्म हो जाती हैं।