अब तक यह बंगला रूस के रियल्टी टाइकून आंद्रेई गोनचारेनको की हवेली के रुप में जानी जाती थी। अब इसे रुइया पैलेस कहा जाएगा।
हैनोवर लॉज का निर्माण 19वीं सदी में किया गया था। तब के मशहूर आर्किटेक्ट जॉन नाश ने इसे डिजाइन किया था। यह महल जैसा दिखता है।
ब्रिटिश महारानी के बकिंघम पैलेस से इस बंगले की दूरी करीब 5 किलोमीटर है। लंदन की यह आलीशान बिल्डिंग अब भारतीय बिजनेसमैन की हुई।
सदियों पुराने इस हैनोवर लॉज को फिर से सजाया-संवारा जा रहा है। यही वजह है कि यह डील सिर्फ 1200 करोड़ रुपए में हो गई।
रवि रुइया और शशि रुइया ने साल 1969 में एस्सार ग्रुप की शुरूआत की थी। अब तक यह कंपनी करीब 20 देशों में फैल चुकी है।
भारतीय अरबपति रवि रुइया ने लंदन की सबसे महंगी प्रॉपर्टी में से एक लंदन मैनसन को 1200 करोड़ रुपए में खरीदा।
हैनोवर लॉज खरीदने वाले रवि रुइया एस्सार ग्रुप के फाउंडर हैं। रवि रुइया का जन्म 1949 में हुआ और उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है।