धोनी ने क्रिकेट में जो नाम कमाया, वो हर किसी के लिए एक सपना होता है। हालांकि, आम इंसान से दुनिया का जाना-माना क्रिकेटर बनने तक का सफर उनके लिए आसान नहीं रहा।
धोनी के एक आम आदमी से लेकर क्रिकेटर बनने के सफर में उनकी बड़ी बहन जयंती गुप्ता ने काफी मदद की। धोनी की बहन जयंती एक स्कूल टीचर हैं।
महेन्द्र सिंह धोनी का जन्म रांची के एक साधारण परिवार में पान सिंह धोनी के घर हुआ। धोनी के पापा पान सिंह मूलत: उत्तराखंड के अल्मोड़ा के रहने वाले हैं।
माही की मम्मी का नाम देवकी देवी है। वो हाउसवाइफ हैं। क्रिकेट में उनकी बिल्कुल भी रुचि नहीं थी। लेकिन बेटे को खेलते देख उन्हें भी क्रिकेट पसंद आने लगा।
धोनी तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। उनके बड़े भाई का नाम नरेन्द्र सिंह धोनी है। वे सपा के नेता हैं। कहते हैं कि धोनी जब 10 साल के थे तभी उनके भाई ने घर छोड़ दिया था।
धोनी की शादी 4 जुलाई, 2010 को साक्षी रावत से हुई। साक्षी उम्र में माही से 7 साल छोटी हैं। 1988 में गुवाहाटी में जन्मी साक्षी ने होटल मैनेजमेंट की डिग्री ली है।
शादी के 5 साल बाद फरवरी, 2015 में धोनी एक बेटी के पिता बने। धोनी की बेटी अब 8 साल की हो चुकी है और वो अक्सर अपने पापा के साथ नजर आती है।
साक्षी और धोनी के पिता एक साथ मेकॉन लिमिटेड में काम करते थे। दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना था। ऐसे में धोनी और साक्षी पहले से ही एक-दूसरे को जानते थे।
धोनी की बेटी जीवा का जब जन्म हुआ था तो वे ऑस्ट्रेलिया गए हुए थे। क्रिकेट में बिजी होने के कारण फोन भी नहीं था। तब साक्षी ने रैना को मैसेज कर बेटी होने की बात बताई थी।
बाद में टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने धोनी को बताया था कि वो बेटी के पिता बन गए हैं।