सोने के गहने खरीदते समय मेकिंग चार्ज की पूरी जानकारी रखें। कई ज्वेलर्स अक्षय तृतीया पर ग्राहकों को आकर्षित करने मेकिंग चार्ज पर 50% तक का छूट देते हैं, ऐसे में मोलभाव से ही खरीदें
गहने खरीदने से पहले सोने की शुद्धता चेक करें। नियम के अनुसार, बिना 6 डिजिट हॉलमार्क के ज्वेलर्स गहने नहीं बेच सकते हैं। इस अल्फान्यूमेरिक कोड से ज्वैलरी की पूरी जानकारी ले सकते हैं
आजकल सोने में काफी ज्यादा मिलावट हो रही है। इसलिए असली की पहचान करके ही खरीदें। सोने के गहने और सिक्कों पर उसकी शुद्धता लिखी होती है। हॉलमार्क और शुद्धता अंकित वाला सोना की लें।
सोने की कोई भी आइटम खरीदें तो उसका बिल जरूर लें। ज्वैलरी शॉप पर कितनी भी छूट क्यों न मिले, लेकिन बिल न छोड़ें। इसमें कीमत, शुद्धता, वजन की हर जानकारी दी होती है, जो काम आती है।
जब भी आप सोना खरीदने जाते हैं तो वह 24 कैरेट, 22 कैरेट, 18 कैरेट और 16 कैरेट तक का हो सकता है। जितनी ज्यादा शुद्धता, उतनी ज्यादा कीमत होती है। इसकी जांच जरूर करें।
गहने बनाने के लिए 22 या 18 कैरेट सोने का यूज किया जाता है। जिसकी कीमत 24 कैरेट से कम होती है। ऐसे में ध्यान रखें कि कहीं ज्वैलर्स आपको इसके भ्रम में धोखा तो नहीं दे रहे हैं।
सोने की शुद्धता के लिए कैरेट और डायमंड के लिए कैरट का इस्तेमाल होता है। कई बार लोग इसमें धोखा खाकर खुद का नुकसान करवा बैठते हैं, ऐसे में इस बात का भी ध्यान रखें।