दुनिया का सबसे महंगा मसाला केसर (Saffron) है, जिसे 'लाल सोना' भी कहा जाता है। इसका बिजनेस या खेती करके करोड़ों रुपए हर साल कमाए जा सकते हैं।
केसर के फूल की स्टिग्मा कहते हैं. इसके कुंकुम, जाफरान या सैफ्रान नाम से भी जाना जाता है। इसका पौधा इरिडेसी कुल की क्रोकस सैटाइवस वनस्पति से आता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1 किलो केसर की कीमत करीब 3.5 लाख रुपए है। इसी कारण इसका बिजनेस या खेती काफी मुनाफे वाली मानी जाती है। इससे करोड़ों रुपए कमाए जा सकते हैं।
केसर का सबसे ज्यादा ईरान में होता है, जो दुनिया का 90% तक पैदा करता है। दूसरे स्थान भारत है, जहां सालाना करीब 25 टन केसर का उत्पादन किया जाता है।
भारत दुनिया में केसर के कुल उत्पादन ईरान के बाद करीब 7% हिस्सा पैदा करता है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में केसर की खेती होती है। इसे करने वाले खूब कमाई करते हैं।
वैज्ञानिक तरीके से केसर की खेती मैदानी इलाकों में भी हो सकती है। दुनिया में सबसे प्रीमियम क्वालिटी का केसर उगाया जाता है,जो जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ (चिनाब वैली) में होता है।
केसर का इस्तेमाल भोजन, दवा और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में होता है। यह खाने का स्वाद बढ़ा देता है। मसाले के तौर पर यूज होता है। इसका इस्तेमाल पारंपरिक चिकित्सा में भी किया जाता है।
असली केसर को पानी में डालने पर उसका रंग धीरे-धीरे छूटता है, जबकि नकली केसर पानी में डालते ही गुलाबी हो जाता है।