केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड लाखों सैलरीड टैक्सपेयर्स कर्मचारियों को बड़ी राहत देने वाला है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने रेंट-फ्री होम से जुड़े नियमों में कुछ बदलाव किए हैं।
नए नियम लागू होने के बाद से कर्मचारियों की टेक होम यानी इन-हैंड सैलरी में बढ़ोतरी होगी। ये नियम 1 सितंबर, 2023 से लागू होगा।
नोटिफिकेशन के मुताबिक, एम्प्लॉयर की तरफ से कर्मचारियों को बिना किराए के ठहरने के लिए दी जाने वाली सुविधाओं के प्रावधानों में बदलाव किया गया है।
ऐसे कर्मचारी, जिन्हें एम्प्लॉयर की तरफ से रेंट-फ्री घर की सुविधा दी गई है, वो अब पहले से ज्यादा बचत कर पाएंगे। क्योंकि अब उनकी टेक होम सैलरी में इजाफा होने वाला है।
केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों के अलावा जिन मामलों में उन्हें रहने के लिए अनफर्निश्ड घर का इंतजाम कराया जाता है, उनकी ऑनरशिप एम्प्लॉयर के पास होती है।
नया नियम लागू होने के बाद इस वैल्यूएशन में बदलाव हो जाएगा। 2011 की जनगणना के अनुसार 40 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में यह वेतन का 10 प्रतिशत था।
मान लेते हैं कि कोई कर्मचारी एम्पलॉयर द्वारा प्रोवाइड किराए के घर में रह रहा है। उसके लिए कैलकुलेशन अब नए फॉर्मूले के तहत किया जाएगा। क्योंकि इसमें दर को कम किया गया है।
यानी की टोटल सैलरी में से अब कम कटौती होगी, जिसके चलते हर महीने कर्मचारियों की टेक होम सैलरी में इजाफा हो जाएगा।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि नए नियम के लागू होने के बाद, जहां एक तरफ कर्मचारियों को बचत होगी। वहीं, दूसरी तरफ सरकार के रेवेन्यू में कमी आ सकती है।
इस बदलाव का फायदा हाई इनकम वाले कर्मचारियों को ज्यादा होगा, क्योंकि उन्हें अधिक महंगे आवास मिलते हैं।