पिछले हफ्ते के आखिरी दिन यानी 29 नवंबर को शेयर बाजार तेजी के साथ क्लोज हुआ था। हालांकि, इस हफ्ते बाजार में गिरावट का रुख रह सकता है। जानते हैं वो फैक्टर जो बाजार पर डालेंगे असर।
बीते शुक्रवार को आए GDP के कमजोर आंकड़ों के बाद बाजार में गिरावट देखी जा सकती है। जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान जीडीपी ग्रोथ घटकर 5.4% रही है। ये 21 महीने में सबसे कम है।
4 से 6 दिसंबर के बीच RBI की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक है। इस बार भी ब्याज दरों में कटौती की कोई उम्मीद नहीं है। बता दें कि फरवरी, 2023 से रेपो रेट अब भी 6.5% पर ही बना हुआ है।
बीते हफ्ते FII ने 5027 करोड़ रुपए की शुद्ध बिकवाली की है। हालांकि, घरेलू निवेशकों ने 6925 करोड़ के शेयर खरीद इस अंतर को पाटने की कोशिश की। इस हफ्ते भी FII की बिकवाली दिख सकती है।
रूस-यूक्रेन में तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। हालांकि, मिडिल ईस्ट में थोड़ी राहत है। लेकिन दुनियाभर के बाजारों का मूड अब भी नेगेटिव बना हुआ है।
6 दिसंबर को RBI विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े भी जारी करेगा। फिलहाल ये 657.89 अरब डॉलर के लेवल पर है। पिछले हफ्ते इसमें गिरावट थी। ऐसे में बाजार की चाल इस पर भी डिपेंड करेगी।
ये हफ्ता आईपीओ के लिहाज से भी थोड़ा कमजोर है। इस वीक सिर्फ 1 मेनबोर्ड और 2 SME आईपीओ ही आ रहे हैं। हालांकि, इनके अलावा 8 आईपीओ की लिस्टिंग होगी। बाजार की चाल इस पर भी निर्भर करेगी।
पिछले हफ्ते के दौरान सेंसेक्स में करीब 685 अंकों की तेजी रही, वहीं निफ्टी में भी ओवरऑल 223.85 अंकों की तेजी देखने को मिली।