कैश-फॉर-क्वेरी केस में घिरीं TMC सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता खत्म हो चुकी है। एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट के बाद महुआ मोइत्रा को निष्कासित कर दिया गया।
महुआ पर पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप लगे थे, जिसे एथिक्स कमेटी ने सही पाया। महुआ पर आरोप था कि उन्होंने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेकर संसद में सरकार से सवाल किए।
BJP सांसद निशिकांत दुबे ने स्पीकर को पत्र लिखते हुए कहा था कि महुआ मोइत्रा ने दर्शन हीरानंदानी और उनकी कंपनी के बिजनेस इंट्रेस्ट की खातिर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछे।
इस केस में सबसे पहले 14 अक्टूबर को जय अनंत देहाद्राई ने भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में महुआ के खिलाफ CBI में केस दर्ज कराया।
इसके बाद BJP सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से महुआ को सस्पेंड करने के लिए चिट्ठी लिखी। स्पीकर ने एथिक्स कमेटी को शिकायत सौंपी।
वहीं, बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी ने शपथ पत्र में साफ कहा कि महुआ ने उन्हें अपना सांसद वाला लॉगिन ID दिया था। इस पर महुआ ने कहा कि दर्शन से जबर्दस्ती एफिडेविट में ये लिखवाया गया है।
महुआ का सांसद ID दुबई से 47 बार लॉगिन हुआ। यूके, अमेरिका और नेपाल से भी इसमें सवाल अपलोड किए गए। जबकि किसी भी सांसद को अपना पार्लियामेंट्री लॉगिन आईडी शेयर करना मना होता है।
बता दें कि महुआ मोइत्रा ने खुद ये बात कबूली है कि उन्होंने दर्शन हीरानंदानी से गिफ्ट्स लिए थे। साथ ही उन्हें अपना पार्लियामेंट्री लॉगिन-पासवर्ड दिया था।