अब कुछ ही दिन का वक्त बचा है तो समय और सिलेबस को ध्यान में रखकर प्लानिंग करें। सभी सब्जेक्ट्स की तैयारी पर समय दें। तय करें किसे कितना वक्त देना है।
रोजाना सुबह उठकर उस दिन का टाइम टेबल बनाकर उसी के अनुसार पढ़ाई करें। तय करें कि आज क्या पढ़ना है, उसे खत्म करके ही रात में सोने जाएं।
अपना वीक सेक्शन पहचानकर उसे टाइम टेबल में एक्स्ट्रा समय दें। यह भी तय करें कि इसे कितने दिन में और कितने समय में पूरा कर लेना है।
हर दिन प्रैक्टिस सेट सॉल्व करें। इससे पेपर का आइडिया लगेगा और समय में आपकी प्रैक्टिस हो जाएगी। इससे कमजोर और स्ट्रॉन्ग टॉपिक का पता भी चल जाएगा।
जब भी प्रैक्टिस टेस्ट दें तो माहौल बिल्कुल एग्जाम हॉल जैसा बनाएं। एग्जाम के समय में ही पेपर को सॉल्व करें और किसी तरह का टालमटोल न करें।
बोर्ड के पेपर देने के लिए आपने जो भी तैयारी की थी, उसके नोट्स और स्टडी मैटेरियल को एक बार जरूर देखें। इसका फायदा CUET एग्जाम में मिलता है।
अगर किसी सब्जेक्ट या टॉपिक पर आप बार-बार प्रॉब्लम फेस कर रहे हैं तो टीचर, सीनियर या एक्सपर्ट से मिलकर अपना डाउट क्लियर करें। इसका फायदा मिलेगा।
कम समय में पेपर को सॉल्व करते समय किसी के तैयारी के तरीकों को कॉपी न करें। अपनी स्पीड और एक्युरेसी के अनुसार ही तैयारी को फाइनल टच दें।
अगर अब तक किसी टॉपिक को नहीं पढ़ा है तो उसे भूलकर भी शुरू न करें। कम समय में कुछ भी नया पढ़ने या तैयार करने में समय की बर्बादी होगी।
इस एग्जाम में फॉर्मूला, रूल्स या अगर कोई याद करने वाला टॉपिक बार-बार भूल रहे हैं तो उसकी चिट बनाकर कमरे में चिपकाएं और नजर डालते रहें।
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