कांग्रेस सांसद धीरज साहू के झारखंड, ओडिशा के विभिन्न ठिकानों और घर पर आईटी छापे के बीच नोटों से भरे 156 बैग और 30 अलमारियां मिली। इस सांसद के पास बेहिसाब संपत्ति मिली है।
छापे में मिले नोट इतने ज्यादा हैं कि दर्जनों मशीनें इसे गिनने के लिए लगानी पड़ी।कई मशीनें नोट गिनते-गिनते खराब हो गई। फिर नोट गिनने की बड़ी मशीनें भुवनेश्वर और ओड़िशा से मंगाई गईं।
अनुमान है कि 300 करोड़ से ज्यादा नगदी है। अबतक 260 करोड़ रुपये की गिनती की जा चुकी है। शुक्रवार और आज सांसद के रांची स्थित आवास पर छापेमारी चली।
सां सदधीरज साहू के घर से नोटों और ज्वेलरी से भरे 3 बैग मिले हैं। शनिवार को धीरज साहू के लॉकर खोले जाने की संभावना है। देश में कानूनी तौर पर जब्त की गई यह अबतक की सबसे बड़ी नगदी है।
आकर विभाग ने संबलपुर, बलांगीर, टिटिलागढ़, बौध, सुंदरगढ़, राउरकेला, भुवनेश्वर, बोकारो और रांची में धीरज साहू से जुड़े अलग-अलग ठिकनों पर छापेमारी की है।
धीरज साहू बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से जुड़े हैं, जो छापे में शामिल बौध डिस्टिलरीज की एक ग्रुप कंपनी है।
झारखंड के धीरज साहू 2010 से कांग्रेस से राज्यसभा सांसद हैं। उनके भाई शिव प्रसाद साहू भी कांग्रेस से रांची से दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं।