जिंदगी में दो तरह के लोग नयी दिशा देते हैं, एक जो मौका देते हैं, दूसरे जो धोखा देते हैं। इन दोनों को कभी नहीं भूलना चाहिए। एक को आभार के लिए दूसरे काे सबक के लिए याद रखें।
विपत्ति में धैर्य, वैभव में दया और संकट में सहनशीलता यह तीन गुण ही हर व्यक्ति को आम से खास बनाते हैं।
परिस्थितियां चाहे कितनी भी खराब हों, वो हमेशा एक जैसी नहीं रहती हैं। बदलती जरूर हैं इसलिए मनुष्य को हिम्मत नहीं हारना चाहिए।.
हिम्मत टूटे तो एक बात हमेशा याद रखें। चाहे कोई आपके साथ हो या न हो पर ईश्वर आपके साथ हैं। और हमेशा रहेंगे।
परमात्मा कभी किसी का भाग्य नही लिखते। जीवन के हर एक कदम पर आपकी सोच, आपका व्यहार, और आपका कर्म ही आपके भाग्य लिखते हैं।
व्यक्ति को ज्यादा खुश या ज्यादा दुखी होने पर निर्णय नहीं लेना चाहिए क्योंकि यह दोनों परिस्थितियां आपको सही निर्णय नहीं लेने देती हैं।
अगर आप क्रोध के समय थोड़ा सा धैर्य रख लें तो, आप कम से कम सौ दुख भरे दिनों से बच सकते हैं।
हार और जीत हमारी सोच पर निर्भर है, मान लिया तो हार और अगर ठान लिया तो जीत है।
दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है और होश हमेशा वक्त निकलने के बाद ही आता है।