स्वप्निल कुसाले ने पेरिस ओलंपिक के 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस मेन्स फाइनल में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। और इसके साथ ही भारत को ओलंपिक का तीसरा मेडल मिला।
स्वप्निल कुसाले का जन्म 6 अगस्त 1995 में हुआ था। वह महाराष्ट्र के कोल्हापुर के कंबलवाड़ी गांव के रहने वाले हैं।
वह साल 2015 से रेलवे टीसी के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने भोंसला मिलिट्री कॉलेज, नासिक, महाराष्ट्र से अपनी पढ़ाई पूरी की है।
स्वप्निल कुसाले के पिता सुरेश कुसाले और भाई दोनों स्कूल टीचर हैं जबकि मां गांव की सरपंच हैं।
स्वाप्निल को बचपन से ही शूटिंग का शौक था। उनके इंट्रेस्ट को देखते हुए पिता ने महाराष्ट्र के प्राथमिक क्रीड़ा प्रबोधिनी में उनका दाखिला कराया। जहां उन्हें शुरुआती ट्रेनिंग मिली।
जब स्वप्निल ने शूटिंग को करियर के रूप में चुना था, तब उनके पास गोली खरीदने तक के पैसे नहीं थे। कमजोर आर्थिक स्थित के बावजूद पिता ने बेटे के सपने को पूरा करने की पूरी कोशिश की।
साल 2009 से निशानेबाजी कर रहे स्वाप्निल को 2013 में लक्ष्य स्पोर्ट्स से स्पॉन्सशिप मिल गई। जिसके बाद उन्हें कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखना पड़ा। उनके कोच का नाम दीपाली देशपांडे है।