8 मार्च महिला दिवस पर सुधा मूर्ति के ये 10 अनमोल विचार हर महिला को और भी सशक्त बनाते हैं और आगे बढ़ने की प्ररेणा देते हैं।
"सपने पूरे करने की कोई उम्र नहीं होती। अगर आपके इरादे मजबूत हैं, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती।"
"शिक्षा सबसे बड़ा आभूषण है जो हर महिला पहन सकती है। यह आत्मनिर्भरता और आत्मसम्मान की कुंजी है।"
"अगर आप समाज में बदलाव लाना चाहते हैं, तो पहले खुद में बदलाव लाएं। एक छोटी पहल भी बड़ी क्रांति ला सकती है।"
"किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए मेहनत, ईमानदारी और धैर्य सबसे जरूरी गुण हैं।"
"महिलाओं को अपनी क्षमता पर भरोसा करना चाहिए। जब आप खुद पर विश्वास करती हैं, तो दुनिया भी आप पर विश्वास करने लगती है।"
"आपकी अच्छाई ही आपकी सबसे बड़ी पहचान होती है। दयालुता और विनम्रता कभी कमजोरियां नहीं होतीं, बल्कि आपकी सबसे बड़ी शक्तियां होती हैं।"
"सच्ची ताकत बाहर से नहीं, बल्कि हमारे अंदर के आत्मविश्वास और धैर्य से आती है।"
"अगर आप समाज को कुछ देना चाहते हैं, तो ज्ञान दें, शिक्षा दें और सही दिशा दिखाएं। यही सबसे बड़ी सेवा होगी।"
"एक महिला कई भूमिकाएं निभाती है—माँ, बेटी, पत्नी, बहन और पेशेवर। हर भूमिका में वह समाज को आगे बढ़ाने का काम करती है।"
"संस्कार, आत्मनिर्भरता और आत्मसम्मान- ये तीन चीजें हर महिला को अपने जीवन में अपनानी चाहिए। यही असली सशक्तिकरण है।"