डॉली जैन, साड़ी पहनाने की दुनिया का वो नाम हैं जो साधारण काम को एक बेहतरीन कला में बदल चुकी हैं। कभी 7वीं में पढ़ाई छोड़ने वाली इस महिला ने साड़ी ड्रेपिंग को ग्लैमर और पहचान दी।
बेंगलुरु की डॉली का सफर आसान नहीं था। सेहत खराब होने के चलते उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा। शादी के बाद वो कोलकाता के एक पारंपरिक परिवार का हिस्सा बनीं, जहां रोज साड़ी पहनना जरूरी था।
डॉली के अनुसार शुरुआत में साड़ी पहनने में उन्हें मजा नहीं आता। लेकिन धीरे-धीरे महसूस किया ये बहुत खास है। इसका फ्लो, स्टाइल सब अनोखा है। यहीं से साड़ी पहनाने की कला में रुचि जगी।
डॉली के इस जुनून को लेकर समाज में खूब बातें हुईं।लोग कहते इससे पैसे कमाना तो दूर, यह एक फिजूल का काम है। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। 18 साल की मेहनत के बाद इस कला को नई पहचान दी।
डॉली ने 2011 में ‘फास्टेस्ट साड़ी ड्रेपर’ के रूप में बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया। उन्होंने 357 तरह की साड़ी ड्रेपिंग तकनीक सीखी हैं।
नीता अंबानी, ईशा अंबानी, राधिका मर्चेंट, और श्लोका मेहता जैसी हस्तियां उनके इस हुनर की दीवानी हैं।
आलिया भट्ट की नेशनल अवॉर्ड समारोह की साड़ी हो या अंबानी परिवार के शादी समारोहों की शान, डॉली का टच हर जगह नजर आता है।
डॉली की कला का हर कोई दीवाना है और उनकी फीस भी उसी स्तर की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वो हर साड़ी के लिए ₹35,000 से ₹2 लाख तक चार्ज करती हैं।
डॉली जैन की सफलता इस बात का प्रमाण है कि किसी काम को जुनून और मेहनत से किया जाए, तो कोई भी सीमा आपको रोक नहीं सकती। साड़ी जैसे साधारण परिधान को उन्होंने कला के स्तर पर पहुंचा दिया।