संजय खान का जन्म बेंगलुरु में एक मुस्लिम फैमिली में हुआ था। उनके पिता अफगान तो मां पारसी थीं। वे पांच भाई- बहन थे।
संजय खान ने दस लाख, एक फूल दो माली, इंतकाम, शर्त, मेला, उपासना, धुंध,र नागिन (1976) जैसी हिट फिल्मों में काम किया है।
संजय खान होश संभालते ही अपने पुश्तैनी राइस की खरीदी बिक्री व्यापार से जुड़ गए थे। साल 1980 में उन्होंने चावल को एक्सपोर्ट करने का काम शुरु किया था।
साल 1997 में, संजय खान ने बैंगलोर में "फाइव स्टार डीलक्स गोल्डन पाम्स होटल एंड स्पा" लॉन्च किया। उनकी पत्नी जरीन खान ने होटल का इंटीरियर डिजाइन किया था।
150 कमरों वाला गोल्डन पाम्स होटल और स्पा 2010 तक संजय खान के पजेशन में रहा। इसके अलावा रियल एस्टेट में भी एक्टिव रहे हैं।
संजय खान Esske Properties नाम की एक रियल एस्टेट फर्म के भी ऑनर हैं। साल 2018 में इसमें 10,000 करोड़ के इंवेस्टमेंट के साथ एक थीम पार्क बनाने का ऐलान किया था।
बॉलीवुड के गोल्डन बॉय संजय खान ने टेलीविजन इंडस्ट्री में भी ज़बरदस्त तारीफें बटोरी हैं। उन्होंने टीवी सीरियल "द स्वॉर्ड ऑफ टीपू सुल्तान" का डायरेक्शन किया, इसमें वे लीड हीरो थे।
संजय खान ने कई टीवी शो का प्रोडक्शन और डायरेक्शन किया है। उनके प्रोडक्शन हाउस ने "जय हनुमान," "द ग्रेट मराठा," और "1857 क्रांति" जैसे सीरियल बनाए थे।
द स्वॉर्ड ऑफ़ टीपू सुल्तान के निर्माण के दौरान, सेट पर आग लग गई, 32 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। संजय खान 65 प्रतिशत जल गए थे। इसमें उन्हें भारी नुकसान हुआ था।
संजय खान 13 महीने अस्पताल में रहे, इस दौरान उन्हें 73 सर्जरी से गुजरना पड़ा। लेकिन ईश्वर की कृपा से उनकी जान बच गई। इसके बाद उन्होंने अपना पारंपरिक बिजेनेस संभाला।
संजय खान के जय हनुमान सीरियल बनाने को लेकर दिलचस्प कहानी हैं। दरअसल वे खुद बजरंगबली के भक्त हैं। उनकी कृपा पा चुके हैं।
बहन काफी बीमार थीं, तब हनुमान मंदिर के पुजारी ने उनके लिए प्रार्थना की थी। बहन के ठीक होने के बाद उन्होंने जयपुर के सामोद पैलेस के पास हनुमान मंदिर में जाकर उनका आशीर्वाद लिया था।
संजय खान अपनी फैमिली को ही अपनी नेटवर्थ बताते हैं, हालांकि उनके बेटे जाएद खान की कुल संपत्ति 15 हजार करोड़ की बताई जाती है।