बॉलीवुड और टीवी एक्टर, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर संजय खान का जन्म 3 जनवरी 1941 को हुआ था। उन्होंने 43 साल (1964-2007) तक एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में काम किया है।
टीवी पर संजय खान आज भी जिस शो के लिए याद किए जाते हैं, वह है'द स्वॉर्ड ऑफ़ टीपू सुल्तान', जिसमें उन्होंने टीपू सुल्तान का रोल निभाया था। यह शो 1990 में दूरदर्शन पर टेलीकास्ट हुआ था।
फ़रवरी 1989 में जब 'द स्वॉर्ड ऑफ़ टीपू सुल्तान' की शूटिंग मैसूर के प्रीमियर स्टूडियो में चल रही थी, तब स्टूडियो में भीषण लगी, जिसमें 62 लोग मरे थे और संजय इसमें बुरी तरह झुलस गए थे।
संजय खान 13 महीने तक मुंबई के जसलोक अस्पताल में भर्ती रहे थे। उन्होंने एक बातचीत में बताया था कि उनके बचने के 10 फीसदी से भी कम चांस थे। उनकी एक-दो नहीं, बल्कि 73 सर्जरी हुई थीं।
संजय खान ने तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी का बहुत-बहुत आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने उनके इलाज के लिए AIIMS के डॉक्टर्स की टीम भेजी थी।
संजय खान ने बताया था कि इस मुश्किल घड़ी में उनकी पत्नी ज़रीन खान उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी रहीं। वे आम महिलाओं की तरह रोने-चीखने की बजाय उनका हौसला बढ़ा रही थीं।
संजय खान 'दोस्ती', ‘एक फूल दो माली’ और 'नागिन' जैसी पॉपुलर फिल्मों में बतौर एक्टर दिखे और उन्होंने 'द स्वॉर्ड ऑफ़ टीपू सुल्तान' के अलावा 'जय हनुमान' जैसे TV शोज का निर्माण किया है।