जब बात मेंटस हेल्थ की आती है तो सभी मोडिटेशन, योग और काउंसलिंग पर ध्यान देता हैं, लेकिन हम फूड हैबिट को अनदेखा कर देते हैं। सच तो यह है कि डाइट सीधे मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी है।
आपके खाने में कुछ गुण होते हैं जो या तो अच्छे मूड को बढ़ावा देते हैं या तनाव और अवसाद को। इसलिए दुनियाभर के स्वास्थ्य विशेषज्ञ अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के लिए डाइट जोर देते हैं।
कार्बोहाइड्रेट हमारे के लिए सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में है। साबुत अनाज, ब्राउन राइस, क्विनोआ, दाल और बीन्स जैसे अच्छे कार्ब्स मस्तिष्क में सेरोटोनिन के उत्पादन को बढ़ाते हैं।
फल और सब्जियां पूरी तरह से फाइबर, प्रोटीन, हेल्दी वसा, विटामिन और खनिजों से भरे होती है। ये स्वस्थ आहार व्यवस्था बनाने में मदद करते हैं और मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार करते हैं।
बादाम, अखरोट आदि प्रोटीन और ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरे होते हैं जो बेहतर कॉग्निटिव फंक्शन के साथ सीधा संबंध रखने के लिए जाने जाते हैं।
शराब आपको तनाव से अस्थायी राहत दे सकती है लेकिन नियमित सेवन आपके शरीर में सेरोटोनिन के प्राकृतिक उत्पादन को रोक सकती है। इससे चिंता, तनाव और मनोदशा संबंधी विकार बढ़ सकते हैं।
आप जो खाते हैं उसके अलावा आप कब खाते हैं, इस पर ध्यान देना चाहिए। हम दिन भर में जिस समय अंतराल पर खाते हैं वह हमारी फूड चॉइस और समग्र मनोदशा को प्रभावित करता है।
मानसिक स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाने के लिए विशेषज्ञ बताते हैं कि डाइट में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सिडेंट और अन्य लाभकारी पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए।