मिट्टी, तांबा, लोहा, कांसा और स्टील, हर बर्तन की अपनी खासियत होती है, परंतु हर बर्तन हर चीज़ के लिए नहीं होता। जानें किस बर्तन में खाना फायदेमंद है और किन चीजों को इनसे दूर रखें।
मिट्टी के बर्तन (Clay Pots) प्राकृतिक होते हैं, खाने का स्वाद बढ़ाते हैं और खाने में मिनरल्स मिलाते हैं। यह खाना ठंडा और हल्का बनाते हैं।
खट्टी चीजें जैसे इमली, दही, नींबू—मिट्टी के बर्तनों में रिएक्ट कर सकती है। दाल, सब्जी, बिरयानी, पानी स्टोर करना के लिए ये बेस्ट उपयोगी हैं।
कांसा (Bronze) शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और पाचन को बेहतर करता है। आयुर्वेद में इसे सबसे हेल्दी मेटल माना गया है।
कांसे में कभी भी दूध, दही, छाछ या खट्टा कुछ न रखें। बेस्ट उपयोग के लिए इसमें सूखा भोजन, चावल, रोटी, पानी रखें।
तांबे के बर्तन (Copper Vessels) पानी को शुद्ध करते हैं, इम्यून सिस्टम बेहतर बनाते हैं। तांबा एंटी-बैक्टीरियल होता है।
तांबे में कभी भी खट्टा या नमकीन खाना न रखें, इससे टॉक्सिन बनने का खतरा बढ़ता है। पीने का पानी स्टोर करने (रातभर के लिए) के लिए ये सबसे बेस्ट हैं।
स्टेनलेस स्टील (Stainless Steel) सबसे सेफ, ड्यूरेबल माना जाता है। ये रिएक्टिव नहीं होता है। रोजाना के उपयोग के लिए सबसे सुविधाजनक है।
इन बर्तनों में बहुत ज्यादा तेजाब या नमक लंबे समय तक स्टोर न करें। दाल, सब्जी, चाय, दूध के लिए ये सबसे बेस्ट रहते हैं।
लोहा (Iron Kadhai/Pan) आयरन सप्लीमेंट की तरह काम करता है। खाना पकाने पर इसमें आयरन मिलता है, जो खासकर महिलाओं के लिए उपयोगी है।
ज्यादा खट्टा खाना जैसे टमाटर, इमली आदि इसमें ना रखें। इससे जंग लगने या रिएक्शन का खतरा होता है। पराठा, सब्जी, भुजिया रखने के लिए ये बेस्ट हैं।