थालीपीठ भुने हुए मसाले और कटी हुई सब्जियों के मिश्रण से तैयार एक स्वादिष्ट और पौष्टिक डिश है। मल्टीग्रेन फ्लैटब्रेड को आप सुबह के नाश्ते से लेकर किसी भी अवसर के लिए बना सकते हैं।
महाराष्ट्र में ज्वार या बाजरे से तैयार इस रोटी को भाकरी कहा जाता है, जिसे साधारण बोलचाल की भाषा में ज्वार या बाजरे की रोटी ही कहा जाता है। इसके कई सारे हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं।
तंडलाची भाकरी को साधारण भाषा में चावल आटे की रोटी कह सकते हैं। इसे महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्र में तंडलाची भाकरी के नाम से जाना जाता है, जो कि खाने में बहुत स्वादिष्ट लगता है।
धपाटे, थालीपीठ की तरह ही है, लेकिन इसे बनाते वक्त इसके आटे को भुना नहीं जाता है। साथ ही धापटे के आटे में लहसुन और अजवाइन को पीसकर मिलाया जाता है। ताकि अनोखा स्वाद और खुशबू आए।
चावल और उड़द के दाल से तैयार अंबोली एक स्वादिष्ट और हेल्दी रोटी है। इसे नारियल की चटनी और मसालेदार करी के साथ परोसा जाता है।
चावल के आटे, पिसी हुई उड़द दाल, पारंपरिक मसाले और नारियल के मिश्रण से तैयार डो को पुड़ी की तरह बेलकर सेकते या आप डीप फ्राई कर सकते हैं। इसको आप नाश्ता के रूप में खा सकते हैं।
डोसा के विपरीत चावल के आटे को पीसकर बिना खमीर के इसे तवे में तैयार किया जाता है। घवन को चावल के चिला के नाम से जाना जाता है, जो कि महाराष्ट्र क्षेत्र में बहुत लोकप्रिय है।