दाल कचौड़ी को बनाने में अरहर की दाल का इस्तेमाल किया गया है। सबसे पहले कचौड़ी बनाने के लिए दाल में मसाले डालकर उसे भूना जाता है और एक फीलिंग तैयार की जाती है।
5-6 घंटे भीगी हुई अरहर की दाल, वेजिटेबल ऑयल, नमक, हींग, हरी मिर्च, 1 टी स्पून लाल मिर्च पाउडर, 1 टी स्पून खसखस, इमली का गुदा, चीनी, अदरक, गरम मसाला, नारियल और 1 टी स्पून जीरा।
कचौरी की बाहरी परत के लिए आप 1 कप मैदा, 3 टेबल स्पून घी/तेल, 1/4 टी स्पून बेकिंग पाउडर और 1/2 टी स्पून नमक के साथ डीप फ्राई करने के लिए तेल ले लें।
दाल का पानी निकालकर उसे दरदरा पीस लें। अब कढ़ाही में तेल गर्म करें। इसमें अदरक, हींग, हरी मिर्च, दाल, नमक, मसाले डालकर अच्छे से भूनें। 1/4 कप पानी डाले और दाल को पकने दें।
मैदे में बेकिंग पाउडर और नमक डालकर मिक्स करें। पानी डालकर एक सख्त डो तैयार कर लें। अब दाल के मिश्रण को मैदे से लोई में भरें। इसे बेलें और बीच के हिस्से को मोटा रखें।
तेल गर्म करके, इसमें कचौड़ियों को फ्राई करें। मीडियम आंच पर सभी कचौड़ियां बराबर फ्राई करें। सबसे जरूरी टिप है कि कचौरियों को बेलते समय हल्के दबाव से बेले इससे कचौरियां फटेंगी नहीं।
कई दिन तक दाल भरी कचौड़ी को रखा जा सकता है। इसे आप चाहे तो इमली की चटनी सा फिर आलू की सब्जी के साथ भी सर्व कर सकते हैं।