तेजपत्ता को चावल, दाल और आटे में रखने से कीड़े और घुन नहीं लगते क्योंकि इसकी खुशबू कीड़ों को अनाज से दूर रखती हैं।
तेजपत्ता की सुगंध और इसमें पाए जाने वाले गुण चावल, दाल और आटा को लंबे समय तक फ्रेश रखने में मदद करते हैं।
तेजपत्ता एंटी-फंगल गुणों से भरपूर होता है, जो चावल, दाल और आटे को फफूंद और कवक से बचाता है। इससे आटा, चावल और दाल में फफूंद एवं कीड़े नहीं लगते।
तेजपत्ता रखने से खाद्य सामग्री की शेल्फ लाइफ बढ़ जाती है, क्योंकि यह प्राकृतिक कीट-निरोधक के रूप में कार्य करता है। किसी भी तरह के अनाज के बीच में आप तेज पत्ता डालकर ढक दें।
यह एक किफायती और प्राकृतिक तरीका है, जो आपको बाजार के महंगे कीट-निरोधक या रासायनिक उत्पादों का उपयोग किए बिना खाद्य सामग्री को कीड़े और फफूंद से सुरक्षित रखने में मदद करता है।