हरी इलायची में मीठा और थोड़ा मसालेदार स्वाद होता है। इसका उपयोग आमतौर पर मिठाइयों, चाय और डिशेज में किया जाता है।
काली इलायची में सौंधी मिट्टी जैसी गंध और तेज स्वाद होता है। इसका उपयोग आमतौर पर करी, स्ट्यू और बिरयानी जैसे स्वादिष्ट डिशेज में किया जाता है।
हरी या छोटी इलायची एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, इसमें डाइटरी फाइबर, कैल्शियम, आयरन, विटामिन सी, पोटेशियम कार्बोहाइड्रेट और मैग्नीशियम पाया जाता है।
बड़ी इलायची भी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। इसमें फाइबर विटामिन सी और पोटेशियम पाया जाता है।
हरी इलायची ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करती है, तनाव को दूर करने में मदद करती है और एक माउथ फ्रेशर के रूप में इस्तेमाल की जा सकती है।
बड़ी इलायची कब्ज से राहत दिलाने में मददगार होती है, अस्थमा से जुड़ी समस्या में भी बड़ी इलायची का इस्तेमाल किया जाता है। रोजाना इसका इस्तेमाल करने से कैंसर का खतरा कम हो सकता है।
छोटी इलायची की तासीर ठंडी होती है, इसलिए इसका सेवन गर्मी में किया जाना चाहिए। जबकि बड़ी इलायची की तासीर गर्म होती है, इसलिए सर्दियों में इसका सेवन ज्यादा करना चाहिए।
अगर आप अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाना चाहते हैं, तो बड़ी इलायची का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। वहीं, अनिद्रा, तनाव आदि को दूर करने के लिए छोटी इलायची फायदेमंद होती है।