कहवा ट्रेडिशनल कश्मीरी चाय है, जो बिना दूध के बनाई जाती है। यह हरी चाय होती है, जिसमें दालचीनी, इलायची, केसर डाला जाता है। सर्दियों में इसमें ढेर सारे ड्राई फ्रूट्स भी डालते हैं।
नून चाय एक लद्दाखी और कश्मीरी चाय है, जो नमकीन चाय होती है। इसमें चाय पत्ती, पानी और थोड़ा सा नमक डाला जाता है। ये चाय आमतौर पर दिन में खाने के साथ पी जाती है।
पिंक टी या गुलाबी चाय भी कश्मीर की एक फेमस चाय है, जो गुलाब की पंखुड़ियां दूध और थोड़ी सी चाय पत्ती के साथ बनाई जाती है।
जम्मू कश्मीर की मसाला चाय सिंपल मसाला चाय से बहुत अलग होती है। इसमें कश्मीरी मसाले जैसे- दालचीनी, बड़ी इलायची, छोटी इलायची, केसर आदि चीजों का इस्तेमाल किया जाता है।
केसर चाय पानी में केसर को उबालकर बनाई जाती है, जो सेहत के लिहाज से भी बहुत फायदेमंद होती है और ठंड के दौरान इसे खूब पिया जाता है।
जम्मू कश्मीर और लेह लद्दाख की ट्रेडिशनल चाय जिसे लेह चाय कहा जाता है। यह चाय की पत्ती, नमक और पानी के साथ बनाई जाती है। कुछ लोग इसमें दूध का इस्तेमाल भी करते हैं