नॉर्मल कढ़ी में खट्टापन लाने के लिए दही डाला जाता है, जबकि सिंधी कढ़ी में इमली का पेस्ट या टमाटर इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इसका स्वाद ज्यादा चटपटा और खट्टा होता है।
नॉर्मल कढ़ी में बेसन और दही का मिश्रण होता है, जबकि सिंधी कढ़ी में दही का इस्तेमाल नहीं किया जाता। यह सिर्फ बेसन से बनाई जाती है, जिससे इसका स्वाद अलग होता है।
सिंधी कढ़ी नॉर्मल कढ़ी की तुलना में थोड़ी गाढ़ी और गहरे रंग की होती है, क्योंकि इसमें बेसन अच्छी तरह भूनकर डाला जाता है, जबकि नॉर्मल कढ़ी का रंग हल्का पीला होता है।
नॉर्मल कढ़ी में ज्यादातर पकौड़े डाले जाते हैं, जबकि सिंधी कढ़ी में बैंगन, भिंडी, फूलगोभी, ग्वार फली और आलू जैसी कई सब्जियां डाली जाती हैं, जिससे यह ज्यादा पौष्टिक बनती है।
नॉर्मल कढ़ी ज्यादातर चावल के साथ खाई जाती है, जबकि सिंधी कढ़ी को चावल के साथ-साथ रोस्टेड पापड़, अचार और सिंधी साई भाजी के साथ परोसा जाता है, जिससे इसका स्वाद और बढ़ जाता है।
सिंधी कढ़ी में सरसों के बीज, हींग, करी पत्ते और सूखी लाल मिर्च का तड़का लगाया जाता है, जबकि नॉर्मल कढ़ी में ज्यादातर जीरा, मेथी दाना और हल्के मसाले डाले जाते हैं।