हरी पत्तेदार पालक सबसे जल्दी तैयार होने वाले फसलों में से एक होती है, जो लगभग 30 से 35 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
पालक को आप साल भर में कभी भी उगा सकते हैं। हालांकि जनवरी-फरवरी, जून-जुलाई और सितंबर-अक्टूबर में ये जल्दी से लग जाती है।
अगर आप इसे घर में लगा रहे हैं तो ध्यान रखें कि पालक नमकीन मिट्टी में भी अच्छी तरह से विकसित हो सकती है।लेकिन हल्की दोमट मिट्टी इसके लिए सबसे बेस्ट रहती है।
जब भी आप इसे लगाएं तो ध्यान रखें कि पानी का निकास अच्छी तरह हो सके और सिंचाई करने में किसी तरह ही परेशानी न हो। बारिश में तो वैसे भी मौसम ठंडा ही रहता है।
पालक को लगाने के तुरंत बाद पेंडीमेथिलिन का छिड़काव करना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि अगर मिट्टी में नमी बनी रहे तब इसका छिड़काव करें।
सर्दियों में पालक को 10 से 12 दिनों के अंतराल पर पानी देना होता है। इसे काटने से 2-3 दिन पहले भी पानी दें। लेकिन अगर जुलाई-अगस्त में लगा रहे हैं तो फिर सिचाई की जरूरत नहीं होगी।
लगभग 25 दिनों के बाद जब पत्तियों की लंबाई 15 से 30 सेंटीमीटर तक हो जाए तो पहली कटाई कर देनी चाहिए। पौधों की जड़ों से 5-6 सेंटीमीटर ऊपर तक ही पत्तियों की कटाई करें।
पालक विटामिन ए और सी के साथ-साथ प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर होती है। इससे काफी मात्रा में आयरन, फास्फोरस जैसे मिनरल भी मिलते हैं।