ताजे और सख्त आंवले लें। इन्हें धोकर हल्का सा उबाल लें ताकि फांके आसानी से अलग हो जाएं। ज्यादा न पकाएं, वरना आंवला गल जाएगा।
आंवले की फांके अलग करके साफ कपड़े पर फैलाएं और 2–3 दिन धूप में सुखाएं, जब तक इनमें नमी बिल्कुल खत्म न हो जाए।
सरसों, सौंफ, मेथी दाना और धनिया को धीमी आंच पर हल्का भूनकर दरदरा पीस लें। इससे अचार में खुशबू और पाचन गुण बढ़ते हैं।
सरसों के तेल को अच्छी तरह धुआं आने तक गरम करें, फिर ठंडा होने दें। यही तेल अचार को लंबे समय तक सुरक्षित रखता है।
सूखे आंवले में नमक, हल्दी, लाल मिर्च, हींग और तैयार मसाला डालें। ऊपर से ठंडा सरसों का तेल डालकर अच्छी तरह मिक्स करें।
अचार को सूखी, साफ कांच की बोतल में भरें। 4-5 दिन धूप दिखाएं। यह अचार 6-12 महीने तक खराब नहीं होगी।
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