लौंग नमी सोखने में बेहद असरदार मसाला माना जाता है। नमक या चीनी को नमी से बचाने के लिए उसमें लौंग की कुछ कलियां कपड़े की पोटली में बांधकर रख दें। इससे नमक या चीनी खराब नहीं होंगी।
एक गीला चम्मच पूरे मसाले को खराब कर सकता है। इसके अलावा मसालों का इस्तेमाल करने से पहले ध्यान रखें कि हाथ साफ और सूखे हों।
मसाले निकालते समय एक ही चम्मच का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अगर सभी मसाले के डिब्बे अलग-अलग हैं तो हर डिब्बे में एक चम्मच होना चाहिए, जो पूरी तरह सूखा और साफ हो।
मानसून के दौरान मसालों की शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए छोटे एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें। साथ ही आप बचे मसालों को किसी बड़े कंटेनर में स्टोर कर फ्रिजर में रख सकते हैं।
बरसात के समय खिड़की और सिंक जैसी जगह पर सबसे जल्दी नमी आती है, जो मसालों में सीलन पैदा कर सकती है। रसोई में किसी सूखी जगह पर मसालों व चीनी जैसी चीजों को रखें।
इन्हें सुरक्षित ढंग से स्टोर करने का सबसे अच्छा तरीका है फ्रिजर में रखना। इससे इनकी शेल्फ लाइफ बढ़ जाती है और कीड़े व फंगस भी नहीं लगते। लेकिन हमेशा एयर-लॉक कंटेनर यूज करें।
आप चाहें तो लौंग, इलायची, तेजपत्ता और धनिये के बीजों को पहले भून लें। फिर इन्हें कमरे के तापमान पर ठंडा होने के बाद एयरटाइट कंटेनर में रखें। इससे सुगंध और स्वाद दोनों बढ़ेगा।
बरसात के मौसम में मसालों को धूप जरूर दिखाएं. लेकिन इसके लिए मसालों को बाहर निकालने की जरूरत नहीं है। धूप में सीधा कांच के बर्तनों मसाले के साथ रख दें। इससे नमी चली जाती है।