कृष्ण जन्माष्टमी के दिन एक नहीं बल्कि कृष्ण भगवान को कई तरह के भोग चढ़ाए जाते हैं। कृष्ण भगवान का पसंदीदा भोग शरीर को कई फायदे पहुंचाता है।
दूध, दहीं, घी, शहद, शक्कर से मिलाकर बनाया जाने वाला पंचामृत बोंस और मसल्स के लिए अमृत से कम नहीं होता है। पंचामृत पीते ही शरीर एनर्जी से भर जाता है।
जन्माष्टमी में धनिया पंजीरी बनाई जाती है। धनिया के बीज में विटामिन K होता है जो शरीर में ब्लड क्लॉटिंग को रोकने का काम करता है। साथ ही हड्डियां भी रिपेयर होती हैं।
मक्खन में विटामिन A होने के साथ ही विटामिन D, कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में होता है। हड्डियों की मजबूती के साथ ही इम्यूनिटी को भी मक्खन बढ़ाता है।
शुद्ध मावे के पेड़े अगर घर में बनाकर खाए जाएं तो प्रोटीन मिलने के साथ ही शरीर को कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा मिलती है। साथ ही विटामिन K ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है।
मखाने को न्यूट्रिएंट्स का पावरहाउस भी कहते हैं। कैल्शियम से भरपूर मखाना ब्लड में शुगर लेवल कंट्रोल रखता है। मखाने में एंटी एजिंग एजेंट भी होते हैं जो एजिंग को धीमा करती हैं।
कैलोरी में लो खीरा फाइबर से भरपूर होता है। शरीर को हाइड्रेड रखने के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त खीरा शरीर से टॉक्सिंस को बाहर निकालता है।