दुनिया का सबसे महंगा चावल किनमेमाई राइस (Kinmemai Rice) है, जो जापान में होता है। इसकी खेती काफी अनूठी होती है। इस चावल में टेस्ट और न्यूट्रीशन दोनों भरपूर होता है।
ये चावल सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। हमारे घरों में बनने वाले पारंपरिक चावल की तुलना में यह ज्यादा मुलायम और जल्दी डाइजेस्ट होने वाला है। इसका स्वादअखरोट-मक्खन जैसा है।
किनमेमाई चावल में कई किस्में हैं। इनमें किनमेमाई बेटर व्हाइट और किनमेमाई बेटर ब्राउन जैसे वैराइटी उपलब्ध हैं। जापानी दुनिया में इसे प्रीमियम टॉप क्वालिटी वैरायटी पर बेचते हैं।
किनमेमाई चावल की खेती भी नॉर्मल चावल की तरह ही 3 से 5 महीने की होती है। इसे काफी खास तरह से पकाया जाता है।
किनमेमाई चावल में पकने बाद पेटेंट डीवैक्सिंग होती है। इस खास तरीके से चावल के हर दाने को धीरे-धीरे पीसकर भूसी के चारों ओर की मोम की परत को हटा दिया जाता है, ताकि पोषक तत्व बने रहे।
इस चावल को जब पकाया जाता है तो पानी सही तरह के अवशोषित होता है। चावल की सतह चिकनी हो जाती है, जिससे यह आसानी से बच जाती है। जापान में कई सालों की मेहनत के बाद इसे विकसित किया।
किनमेमाई चावल सेहत के लिए लाभकारी है। पारंपरिक चावल की तुलना में इसमें 30% तक कम कैलोरी और 32% तक शुगर कम होता है। वजन घटाने और शुगर कंट्रोल करने वालें के लिए अच्छा माना जाता है।
किनमेमाई चावल की कीमत करीब 15,000 रुपए किलो है। यह दुनिया का सबसे महंगा चावल है। इसके एक बॉक्स में 140 ग्राम के 6 पैकेट होते हैं, जिसकी कीमत करीब 13,000 रुपए है।
किनमेमाई प्रीमियम चावल सबसे महंगा होने का गिनीज वर्ल्ड ऑफ बुक रिकॉर्ड बना चुका है। जापान, एशियाई देशों, अमेरिका और यूरोप में इस चवाल की हाई डिमांड है।