समोसे का इतिहास भी काफी पुराना है। बहुत पहले यह ईरान (Iran) से भारत आया था। कम ही लोग जानते हैं कि फारसी में इसका नाम 'संबुश्क' था, जो भारत में समोसा बन गया।
कई जगहों पर तो इसे Sambusa और Samusa भी कहा जाता था। बिहार और पश्चिम बंगाल में इसे सिंघाड़ा कहा जाता है, ऐसा इसलिए, क्योंकि यह सिंघाड़े की तरह दिखता है।
समोसा का इंग्लिश नाम इंडियन रिसोल पैटी है। Rissole एक तरह की पैटी थी जिसे फ्रांस में बनाया गया। समोसा भी रिसोल का एक प्रकार है। वैसे रिसोल एक प्रकार कबाब के फॉर्म में भी होता है।
भारत में अरबों रुपयों का समोसे का बिजनेस होता है। अनुमान के मुताबिक रोजाना लगभग 7 से 8 करोड़ समोसे खा लिए जाते हैं।
अफ्रीकी देश सोमालिया में समोसा खाने और इसे बनाने पर पाबंदी है। सोमालिया के चरमपंथी समूहों का मानना है कि समोसे कि आकृति तिकोनी होती है।
दरअसल तिकोनी आकृति, ईसाई समुदाय के एक पवित्र चिन्ह से मिलती-जुलती है। यही वजह है कि इस देश में समोसे को बैन कर दिया गया।