उपवास के दौरान साबूदाना एक लोकप्रिय डिश है। इसका उपयोग साबूदाना खिचड़ी, साबूदाना वड़ा या खीर जैसी डिश बनाने में किया जाता है।
सिंघाड़े का आटा उपवास में खाया जाता है। इसका उपयोग सिंघाड़ा रोटी, पकौड़े या सिंघाड़ा आटा हलवा बनाने के लिए किया जाता है।
व्रत के दौरान कुट्टू के आटे से डोसा, कुट्टू की पूरी और कुट्टू का हलवा जैसे व्यंजन बनाए जा सकते हैं।
व्रत के दौरान समा के चावल का उपयोग समक पुलाव और समा की इडली जैसे चीजें तैयार करने के लिए किया जाता है।
उपवास के दौरान केले, सेब, संतरे और अनार जैसे विभिन्न फलों का सेवन किया जाता है। ये हमें पोषक तत्व और एनर्जी देते हैं।
उपवास के दौरान आमतौर पर दूध, दही, छाछ और पनीर का सेवन किया जाता है। इन्हें ऐसे ही खाया जा सकता है या स्मूदी या डेसर्ट में इस्तेमाल किया जा सकता है।
बादाम, काजू, किशमिश और अन्य सूखे मेवे एनर्जी का अच्छा स्रोत हैं और अक्सर उपवास के दौरान इनका सेवन किया जाता है।
उपवास के दौरान साधारण टेबल सॉल्ट की जगह सेंधा नमक का सेवन किया जाता है। ये सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है।
नारियल और नारियल उत्पादों जैसे नारियल पानी, नारियल का दूध और कसा हुआ नारियल का उपयोग ऐसे ही या मिठाइयों में किया जाता है।
उपवास के दौरान आमतौर पर खाई जाने वाली कुछ सब्जियों में आलू, शकरकंद, कद्दू, अरबी और खीरा शामिल हैं।