अक्सर केलों को दूध के साथ मिलाया जाता है, खासकर स्मूदी में, लेकिन आयुर्वेद के अनुसार यह शरीर में टॉक्सिन पदार्थ पैदा कर सकता है, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
संतरे, नींबू और अंगूर जैसे फल एसिडिक होते हैं और पेट में दूध जमने का कारण बन सकते हैं, जिससे अपच और सूजन हो सकती है।
मिल्कशेक में स्ट्रॉबेरी शेक सभी को पसंद होता है। लेकिन स्ट्रॉबेरी को दूध के साथ मिलाने से स्ट्रॉबेरी के अम्लीय गुण के कारण पाचन संबंधी परेशानी हो सकती है।
अनानास में ब्रोमेलैन नामक एक एंजाइम होता है जो दूध के फटने का कारण बन सकता है, जिससे मतली, सूजन और सिरदर्द हो सकता है।
रसभरी और क्रैनबेरी जैसे बेरीज एसिडिक होती हैं और दूध को फाड़ सकते हैं, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
खरबूजे का सेवन अकेले ही करना सबसे अच्छा है। इसके साथ दूध पीने से या इसकी स्मूदी बनाने से ये पेट संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकता है।
जब आम को दूध के साथ खाया जाता है, तो यह पाचन प्रक्रिया को नुकसान पहुंचा सकता है और पेट में किण्वन और गैस का कारण बन सकता है।