नवरात्रि देश भर में मनाए जाने वाले सबसे बड़े त्योहारों में शुमार किया जाता है। इन नौ दिनों में मां की भक्ति में ही श्रद्धालुओं के दिन बीतते हैं।
नवरात्रि में माँ शैलपुत्री, माँ ब्रह्मचारिणी, माँ चंद्रघंटा, माँ कुष्मांडा, माँ स्कंदमाता, माँ कात्यायनी, माँ कालरात्रि, माँ महागौरी और माँ सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता है।
इन नौ दिनों में भक्त व्रत रखते हैं और सात्विक आहार का पालन करते हैं। नवरात्रि के हर दिन एक कलर कोड भी निर्धारित है, जिसका पालन भक्तों द्वारा किया जाता है।
मां दुर्गा के कुछ रूप बहुत जल्दी रुष्ठ हो जाते हैं। ऐसे में उनका पूजन- पाठ करने वालों को खानपान में तमाम एहतियात बरतना जरुरी है।
उपवास के दिनों में साबूदाना का इस्तेमाल खिचड़ी, पापड़ और वड़ा बनाने में भी किया जाता है। इसमें हरी धनिया तो डाला जा सकता है, लेकिन हल्दी का उपयोग करने से बचें ।
नवरात्रि के नौ दिनों में हर तरह फल का सेवन किया जा सकता है। दरअसल, शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए हमें उपवास के दौरान आहार में फलों को जरुर खाना चाहिए।
नवरात्रि में कुछ मसालों का उपयोग वर्जित हैं । जड़ी-बूटियों का सेवन किया जा सकता है। टेबल नमक की जगह सेंधा नमक ही इस्तेमाल करें ।
त्योहार के दौरान यदि एक टाइम भोजन ले रहे हैं तो इसमें हर तरह की सब्जियों का सेवन किया जा सकता है। हालांकि प्याज और लहसुन के सेवन करने से बचना चाहिए ।
नवरात्रि के दौरान मांस, मछली और अंडे से परहेज करना चाहिए। शराब और धूम्रपान भी नहीं करना चाहिए।