बटर मिल्क यानी छाछ को दही में पानी मिलाकर बनाया जाता है। इसमें स्वाद लाने के लिए पुदीना, नमक और रोस्टेड जीरा पाउडर मिलाया जाता है। यह समर में पेट के लिए हेल्दी होता है।
कोम्बुचा को बनाने के लिए यीस्ट, चीनी और ब्लैक टी का प्रयोग किया जाता हैं। मिश्रण को बनाकर एक सप्ताह या उससे अधिक के लिए अलग से रखा जाता है। इसे पीने से शरीर डिटॉक्सीफाई हो जाता है।
केफिर एक दूध से बनने वाली फर्मेंटेड ड्रिंक है। इसे गाय के दूध से बनाया जाता है, जिसमें नेचुरल तौर पर लैक्टोज पाया जाता है। पाचन स्वास्थ्य के लिए यह बहुत अच्छा होता है।
साउरक्रोट जूस बारीक कटी हुी पत्तागोभी से बनाया जाता है। इसे लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया मिलाकर फर्मेंटेड किया जाता है। यह जूस प्रोबायोटिक्स और पाचन एंजाइमों का पावरफुल सोर्स है।
किम्ची जूस को कई तरह की सब्जी जिसमें गोभी, गाजर होता है इससे फर्मेंटेड करके बनाया जाता है। यह जूस लाभकारी बैक्टीरिया से भरपूर होता है और पाचन में सहायता कर सकता है।
नन्नारी या सरसापैरिला जड़ से इस शरबत को बनाया जाता है। इसके जड़ को पानी में मिलाकर फर्मेंट किया जाता है। इसका स्वाद वैसे तो कसैला होता है। लेकिन पेट के लिए बहुत ही सही रहता है।