500 ग्राम काली गाजर, 2 लीटर पानी, 3-4 बड़े चम्मच सरसों के बीज, 2 बड़े चम्मच लाल मिर्च पाउडर, 2 बड़े चम्मच काला नमक, नमक स्वाद अनुसार, एक चुटकी हींग, कांच की बोतल या जार
काली गाजरों को अच्छी तरह धोकर छील लीजिए। उन्हें पतले, गोल स्लाइस या जूलिएन स्ट्रिप्स में काटें।
एक बड़े जार या कटोरे में पानी डालें और लाल मिर्च पाउडर, काला नमक, नमक और हींग मिलाएं और नमक पूरी तरह घुलने तक अच्छी तरह मिलाएं।
कांच की बोतलें या जार लें और उसे कटी हुई काली गाजर से लगभग आधा भर दें। जार में गाजर के ऊपर सरसों के बीज डालें।
मसाले वाले पानी के मिश्रण को जार में डालें। याद रखें कि गाजर पूरी तरह से पानी में डूबी हुई हो।
फर्मेंटेशन के लिए जार के ढक्कन कसकर बंद कर दें। जार को सीधी धूप या गर्म स्थान पर रखें। उन्हें गर्म मौसम में 3-4 दिनों के लिए या ठंड में अधिक समय तक किण्वित होने दें।
कुछ दिनों के बाद जार खोलें और कांजी का स्वाद चखें। इसका स्वाद तीखा और थोड़ा मसालेदार होना चाहिए।
गाजर और सरसों के बीज निकालने के लिए परोसने से पहले काली गाजर की कांजी को छान लें। कांजी को ठंडा करके परोसें और इसके अनोखे स्वाद का आनंद लें।