चाय या कॉफी के साथ घी का सेवन पाचन तंत्र के लिए हानिकारक हो सकता है। जबकि बुलेटप्रूफ कॉफी ट्रेंड में है, लेकिन यह हैवी नेचर के कारण हर किसी के लिए परफेक्ट नहीं है।
आयुर्वेद के अनुसार, घी और शहद को समान मात्रा में मिलाना हानिकारक माना जाता है। इसका मेल जहर बन सकता है जिससे पाचन बिगड़ सकता है। हमेशा इसे अलग-अलग लेना चाहिए।
आयुर्वेद के अनुसार, मछली और घी का संयोजन गलत है। इससे पाचन संबंधी परेशानिया हो सकती हैं। स्किन समस्याएं और शरीर में जहर बन सकता है। इसलिए इसे अलग-अलग खाएं।
घी और मूली को भी एक साथ नहीं खाना चाहिए। इससे पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। मूली का तीखा और कड़वा स्वाद घी की समृद्धता के साथ मिलकर अपच और सूजन पैदा कर सकता है।
दही और घी के गुण एक-दूसरे के विपरीत होते हैं, घी गर्म और चिकना होता है, जबकि दही ठंडा और भारी। इनका एक साथ सेवन एसिडिटी और आंत में बैक्टीरिया असंतुलन का कारण बन सकता है।