चीन में डॉक्टरों ने महिला की आंखों से 60 से अधिक जीवित कीड़े निकाले। महिला को हर समय खुजली की शिकायत रहती थी। महिला लगातार आंखें मल रही थी और उसने एक परजीवी कीड़े को गिरते देखा।
महिला, डॉक्टर के पास गई, जिसने परजीवियों की खोज की। उसकी दाहिनी आंख में 40 और दाहिनी आंख में 10 जीवित कीड़े थे। डॉक्टरों ने बताया कीड़े आंखों और पलकों के बीच की जगह में रह रहे थे।
डॉक्टरों ने कहा कि ये एक प्रकार के राउंडवॉर्म फिलारियोइडिया है। जो आमतौर पर मक्खी के काटने से फैलता है। महिला का कहना है कि उसे संक्रमण बिल्लियों या कुत्तों के लार्वा से पकड़ा है।
महिला ने कहा कि जानवरों को सहलाने, हाथों पर लार्वा लगने और फिर आंख को खरोंचने के बाद वे शायद उसकी आंखों में चले गए होंगे। आंखों में रहने वाले राउंडवॉर्म अंधेपन का कारण बनते हैं।
परजीवी कीड़ों के संक्रमण से ग्नथोस्टोमियासिस, लोयासिस, ओन्कोसेरसियासिस, टॉक्सोकेरिएसिस और ऑक्यूलर सिस्टीसर्कोसिस जैसी स्थितियां पैदा होती हैं।
परजीवी नेत्र संक्रमण के लक्षणों की बात करें तो आंखों में दर्द, सूजन, आंसू आना, धुंधली रहना, आंख के चारों ओर पपड़ी बनना, पलकों में अत्यधिक खुजली होना या रेटिना पर घाव होना शामिल है।
विशेषज्ञों का मानना है कि आंखों में परजीवी संक्रमण की रोकथाम कर सकते हैं। अच्छी स्वच्छता का पालन करें। हाथ साबुन से ठीक से धोएं, खासकर खाने से पहले और बाहर काम करने से पहले।
कच्चा या अधपका खाना खाने से बचें, खासकर अगर वह खुला रखा हो। सुनिश्चित करें कि सभी भोजन उचित आंतरिक तापमान पर पकाया गया है। इससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है।
यदि आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं तो उन्हें नल के पानी से साफ न करें। उसे निर्धारित लिक्विड से ही साफ करें। पहनते समय हर बार अपने हाथ जरूर धोएं।